रांची के प्रतिस्थिठ संत ज़ेवियर कॉलेज के जीवविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ भारती सिंह रायपत एवं डॉ मनोज कुमार के मार्गदर्शन में, स्नातकोत्तर जीवविज्ञान विभाग के सत्र 2021-2023 के छात्र देबाशीश महतो एवं जॉन ओसगा ने तितलियों के सर्वे के दौरान रांची के टगोर हिल से तितली की दुरलभ प्रजाति Polyura agrarius की खोज की है। इस खोज के शोधपत्र को Zoo’s Print वैज्ञानिक शोधपत्रिका ने अपने जुलाई अंक मे स्थान दिया है।
Debashish Mahato |
John Osga |
डॉ मनोज कुमार ने बताया कि पोलियूरा अग्ररियस का झारखंड मे मिलना महत्वपूर्ण खोज है, उन्होने बताया की Polyura agrarius प्रजाति भारत के पश्चिम बंगाल, छत्तिसगढ़, और मध्यप्रदेश आदि राज्यों मे पाया गया है, मगर रांची, झारखंड मे इस प्रजाति के मिलने का यह पहला मामला है। वहीं अभी तक माना जाता था कि Papilio polymnestor सिर्फ दक्षिण भारत और श्रीलंका मे पायी जाने वाली एक स्वाल्लोटेल प्रजाति की तितली है।
ज्ञात हो कि डॉ मनोज कुमारके मार्गदर्शन मे स्नातकोत्तर जीवविज्ञान विभाग के एंटोमोलोजी स्पेशलाइज़ेशन के विद्यार्थी निरंतर शोध कर रहे हैं। अभी तक विभिन्न वैज्ञानिक शोध पत्रिकायों में एंटोमोलोजी स्पेशलाइज़ेशन के विद्यार्थियों के कई शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं।
विभागाध्यक्ष डॉ भारती सिंह रायपत ने बताया कि कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ फादर नबोर लकरा, वाइस प्रिन्सिपल डॉ फादर प्रदीप रोबर्ट कूजूर एवं डॉ फादर अजय मींज के मार्गदर्शन मे कॉलेज प्रशाशन हमेशा शोध कार्यों को बढ़ावा देता रहा है, और यह दोनों प्रजातियों की खोज इसी समर्थन और मार्गदराशन का नतीजा है।